शनिवार, 30 अगस्त 2008


दो आर्ज़ू में कट गए , दो इंतज़ार में


उर्दू के मशहूर शाऐर बहादुर शाह ज़फर का एक बहुत मशहूर शेर है
उम्र-ऐ-दराज़ मांग के लाये थे चार दिन
दो आर्ज़ू में कट गए , दो इंतज़ार में


मिज़ाहिया शाऐर पापुलर मेरठी ने इसको मिज़ाहिया अंदाज़ में कुछ यूँ लिखा है :

महबूब वादा कर के भी आया न दोस्तो
क्या क्या किया ना हम ने यहाँ उसके प्यार में
मुर्गे चुरा के लाये थे जो चार पापुलर
दो आर्ज़ू में कट गए , दो इंतज़ार में


उम्र-ऐ-दराज़ = long life
पापुलर मेरठी = Popular meerathi (an URDU poet)

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